एक आदमी बड़े पेट का
हाथ में छड़ी size सेठ का
मैं छोटा सा भूरे रंग का
अपना रिश्ता love-hate का
दिन को मोटा अकेला रह ना पाता
मैं- अपने मुँह से कुछ कह ना पाता
रात को थक कर जब वो सो जाता
उसको मैं चाट-चाटकर सुलाता
पापा शाम को जब भी घर लोटकर आते है
मोटा अफ़सोस जताता है
हमारे बीच हुई बात-चीत का
अपनी ज़ुबान में अर्ज़ फ़रमाता है
खाना जब भी खिलता है
वो मेरी माँ बन जाता है
ख़ुद की हर बड़ती मुश्किल का
मुझपर blame डालता जाता है
दोपहर के खाने के बाद
वो पहाड़ बन जाता
उसके खर-राटों के शोर में
दिन मेरा कट जाता
एक आदमी बड़े पेट का
हाथ में छड़ी size सेठ का
मैं छोटा सा भूरे रंग का
अपना रिश्ता love-hate का
अपना रिश्ता love-hate का
हाथ में छड़ी size सेठ का
मैं छोटा सा भूरे रंग का
अपना रिश्ता love-hate का
दिन को मोटा अकेला रह ना पाता
मैं- अपने मुँह से कुछ कह ना पाता
रात को थक कर जब वो सो जाता
उसको मैं चाट-चाटकर सुलाता
पापा शाम को जब भी घर लोटकर आते है
मोटा अफ़सोस जताता है
हमारे बीच हुई बात-चीत का
अपनी ज़ुबान में अर्ज़ फ़रमाता है
खाना जब भी खिलता है
वो मेरी माँ बन जाता है
ख़ुद की हर बड़ती मुश्किल का
मुझपर blame डालता जाता है
दोपहर के खाने के बाद
वो पहाड़ बन जाता
उसके खर-राटों के शोर में
दिन मेरा कट जाता
एक आदमी बड़े पेट का
हाथ में छड़ी size सेठ का
मैं छोटा सा भूरे रंग का
अपना रिश्ता love-hate का
Brilliant... we love you magic
ReplyDeleteBrilliant... we love you magic
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